गुना, (म. प्र.)
राष्ट्रीय डाक सप्ताह के अंतर्गत एवं भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण नई दिल्ली के आहवान पर स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों के अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट करने के लिए गुना डाक संभाग ने गुना के शासकीय महारानी लक्ष्मी बाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, शासकीय हायर सेकंड्री स्कूल क्रमांक 2 एवं एसएल मेमोरियल स्कूल गुना में ,स्कूली बच्चों के अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट करने हेतु आधार शिविर का आयोजन किया गया।
इस आधार शिविर में स्कूली, बच्चों के अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट एवं उनके आधार में आवश्यक सुधार गुना डाक संभाग की टीम द्वारा किया गया, तीनों आधार शिविरों का आयोजन गुना डाक अधीक्षक ओपी चतुर्वेदी के निर्देशन में, किया गया। डाक अधीक्षक ओपी चतुर्वेदी ने बताया कि डाक विभाग अंत्योदय के स्वप्न को साकार करने के लिए, समाज के बेहतर कल के लिए, लगातार प्रयत्नशील है , इसी कड़ी को आज आगे बढ़ाते हुए स्कूली बच्चों के आधार संबंधी कार्यों के लिए यह सभी शिविर लगाये गए है।
गौरतलब हैं कि 5 और 15 वर्ष की उम्र में बच्चों के आधार में उनकी फोटो उंगलियो के निशान और आंखों की पुतलियों के निशान अपडेट कराना जरूरी होता हैं, ताकि उनका आधार नंबर वैध बना रहे, ओर ये स्कूली छात्रवृति ओर सरकारी सेवाओं का लाभ उठा सकें यह 5 से 7 वर्ष और 15 से 17 वर्ष के बच्चों के लिए मुफ्त हैं । देश के सभी ऐसे बच्चे जिनका अनिवार्य बायोमेट्रिक होना हैं उन बच्चों की सूची यू डाइस पोर्टल पर उपलब्ध रहती हैं, इस पोर्टल पर सभी स्कूलों की आईडी रहती हैं, यू डाइस पोर्टल से जिन बच्चों के अनिवार्य बायोमेट्रिक होना हैं उनकी सूची सभी स्कूल अपने स्तर से निकाल सकते हैं। स्कूली बच्चों के अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट ना होने से उन्हें विभिन्न शासकीय योजनायों का लाभ लेने में बहुत कठिनाई आती हैं बच्चे जो देश का भविष्य है कि परेशानी को देखते हुए भारतीय डाक विभाग ने उनके आधार अपडेट कर उनमें सरकारी विभागों के प्रति, जागरूकता लाने का काम भी किया हैं, इस तरह के शिविरो का आगे भी जिलों के विभिन्न स्कूलों में आयोजन किया जाएगा।
इन आधार शिविरो का लाभ लगभग एक सैकड़ा से अधिक स्कूली बच्चों ने उठाया। शिविरो में तीनों स्कूलों के प्राचार्य के साथ साथ डाक विभाग के सचिन तिवारी, ओपी श्रोत्रिय, आलोक कटियार, संजय लोधी का सराहनीय योगदान रहा, आधार ऑपरेटर कु.नित्या छारी, कु आयुषी भार्गव, श्रीमती पूर्वा राठौर, ने स्कूली बच्चों के अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट किए।