मधुसूदनगढ़ थाना पुलिस ने कस्बे के मैन चौराहा पर दुकान से अवैध आतिशबाजी बरामद कर आरोपी पर की वैधानिक कार्यवाहीं
गुना: गुना पुलिस अधीक्षक श्री अंकित सोनी के दिशा निर्देशन में गुना पुलिस द्वारा जिले में अतिशबाजी के अवैध निर्माण और रहबासी इलाकों में आतिशबाजी भंडारण करने वालों पर सतत् निगाहें रखते हुए इनके विरूद्ध ताबड़तोड़ कार्यवाहियां की जा रहीं हैं । इसी तारतम्य में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मानसिंह ठाकुर के मार्गदर्शन एवं डीएसपी मुख्यालय श्री जमील उद्दीन सिद्दिकी के पर्यवेक्षण में जिले के मधुसूदनगढ़ थाना पुलिस द्वारा कस्बे के मैन चौराहा पर एक दुकान में विस्फोटक सामग्री (पटाखे) बिक्रय की सूचना पर तत्परता से कार्यवाही करते हुए करीबन 43 हजार रूपये कीमत की अवैध आतिशबाजी बरामद कर आरोपी के विरूद्ध वैधानिक और सख्त कार्यवाही की गई है ।
बीते रोज जिले के मधुसूदनगढ़ के मैन चौराहे पर मनोज अग्रवाल नामक व्यक्ति के द्वारा अपनी दुकान में विस्फोटक सामग्री (पटाखे) भंडारण कर उनका बिक्रय किए जाने की सूचना पर मधुसूदनगढ़ थाने से पुलिस की एक टीम तत्काल उक्त दुकान पर पहुंची, दुकान पर मौजूद व्यक्ति से नाम पता पूछने पर उसने अपना नाम मनोज पुत्र लक्ष्मीनारायण अग्रवाल उम्र 51 साल निवासी मधुसूदनगढ़ का होना बताया एवं चैक करने पर दुकान से प्लास्टिक के 09 कट्टों और 04 कार्टून में विस्फोटक सामग्री (आतिशबाजी) बरामद हुई, जिसके संबंध में मनोज अग्रवाल से पूछने पर उसके द्वारा उक्त आतिशबाजी बिक्रय हेतु दुकान में रखना एवं जिससे पटाखा बिक्रय एवं भंडारण करने का लायसेंस मांगा जाने पर उसके पास कोई लायसेंस नहीं होना बताया । आरोपी मुकेश अग्रवाल बाजार और रहबासी क्षेत्र में अवैध रूप से पटाखे बिक्रय करने के उद्देश्य से रखे हुए था, जिससे कभी भी कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती थी । आरोपी मनोज अगवाल का यह कृत्य विस्फोटक अधिनियम के तहत दंडनीय पाए जाने पर उक्त अवैध आतिशबाजी कुल कीमती करीबन 43 हजार रूपये को पुलिस ने विधिवत जप्त कर आरोपी के विरूद्ध मधुसूदनगढ़ थाने में अप.क्र. 180/25, धारा 288 बीएनएस एवं विस्फोटक अधिनियम की धारा 9(ख) के तहत प्रकरण दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही की गई ।
अवैध विस्फोटक (आतिशबाजी) के विरूद्ध मधुसूदनगढ़ थाना पुलिस की इस कार्यवाही में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक संदीप यादव, प्रधान आरक्षक महेन्द्रपाल सिंह, आरक्षक अंकित चतुर्वेदी, आरक्षक अजय कंषना, आरक्षक पुष्पेन्द्र जाट, आरक्षक शैलेन्द्र गुर्जर, आरक्षक अजय रघुवंशी, आरक्षक विनीत मौर्य, आरक्षक रामनिवास, आरक्षक रंजीत एवं महिला आरक्षक हेमा चंदेल की विशेष भूमिका रही है ।